January 9, 2024 Blog

Ramlala Pran Pratishtha: रामलला प्राण प्रतिष्ठा तिथि पर दुर्लभ 'इंद्र' योग समेत बन रहे हैं ये 7 अद्भुत संयोग

BY : STARZSPEAK

ज्योतिषियों के मुताबिक रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा तिथि पर देवों के देव महादेव कैलाश पर विराजमान होंगे. इस दिन भगवान शिव (Bhagwan Shiv) शाम 07:51 बजे तक कैलाश पर विराजमान रहेंगे. इसके बाद नंदी पर सवार होंगे. इस दौरान भगवान शिव की पूजा करने से अनंत फल मिलता है। साथ ही सभी प्रकार के अनुष्ठान करना लाभकारी होता है।

Ramlala Pran Pratishtha: 22 जनवरी भारत के लिए बहुत ही शुभ दिन है. यह तारीख इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगी। इस दिन अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इस अनुष्ठान में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. यह धार्मिक अनुष्ठान 16 जनवरी से शुरू होगा. इसके लिए भव्य तैयारी की जा रही है.

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ram mandir ayodhya

ज्योतिषियों के मुताबिक, पौष मास की शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि पर एक, दो नहीं बल्कि 7 शुभ और अद्भुत संयोग बन रहे हैं। इन योगों में होगी रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा. आइए, इन शुभ योग के बारे में जानते हैं-

शुभ मुहूर्त / Ram Mandir Ayodhya 

ज्योतिषियों के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव उत्तरायण रहेंगे। उत्तरायण देवताओं के दिन का समय है। इस दौरान रोशनी बढ़ने लगती है. इसी दिन से युग का आरंभ भी होता है। इसलिए रामलला (Ramlala) के अभिषेक के लिए मकर संक्रांति के बाद की तिथि चुनी गई है. इस दिन पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी और त्रयोदशी तिथि है। द्वादशी तिथि शाम 07 बजकर 51 मिनट तक है. इसके बाद त्रयोदशी तिथि है. वहीं, नक्षत्र मृगशिरा है.

शुभ योग

पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि यानी 22 जनवरी को पहली बार ब्रह्म योग बन रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 08 बजकर 47 मिनट तक है. इसके बाद इंद्र योग बनेगा। इसी योग में रामलला (Ramlala) की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी.

सर्वार्थ सिद्धि योग

22 जनवरी को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 07:14 बजे से अगले दिन यानी 23 जनवरी को सुबह 04:58 बजे तक है. वहीं पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है। इस दिन अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurat) दोपहर 12:11 बजे से 12:54 बजे तक है. वहीं विजय मुहूर्त (Vijay Muhurat) 02:19 से 03:01 तक है. इस दिन सुबह 07:36 बजे तक बव करण की संभावना है. इसके बाद बाल्व करण का निर्माण होगा। बाल्व करण सायं 07 बजकर 51 मिनट तक है.

भगवान शिव का वास

ज्योतिषियों के मुताबिक रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा तिथि पर देवों के देव महादेव कैलाश पर विराजमान होंगे. इस दिन भगवान शिव शाम 07:51 बजे तक कैलाश पर विराजमान रहेंगे. इसके बाद नंदी पर सवार होंगी. इस दौरान भगवान शिव (Bhagwan Shiv) की पूजा करने से अनंत फल मिलता है। साथ ही सभी प्रकार के अनुष्ठान करना लाभकारी होता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

  • सूर्योदय - सुबह 07 बजकर 14 मिनट पर
  • सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 52 मिनट पर
  • चन्द्रोदय- दोपहर 02 बजकर 39 मिनट पर
  • चंद्रास्त- सुबह 05 बजकर 27 मिनट पर

पंचांग

  • ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 27 मिनट से 06 बजकर 20 मिनट तक
  • विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 19 मिनट से 03 बजकर 01 मिनट तक
  • गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 49 मिनट से 06 बजकर 16 मिनट तक
  • निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक

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