कालाष्टमी के दिन काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव की पूजा करने की परंपरा है। बाबा काल भैरव (Kalashtami) को भगवान शिव का रौद्र रूप माना जाता है। इस दिन व्रत रखने और विधिपूर्वक पूजा करने से जीवन से दुख, दरिद्रता और परेशानियां दूर हो जाती हैं।
इस दिन व्रत रखने और विधिपूर्वक पूजा करने से जीवन से दुख, दरिद्रता और परेशानियां दूर हो जाती हैं। कालाष्टमी व्रत के दिन शिवालयों और मठों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है, जिसमें भगवान शिव के रूप में काल भैरव का आह्वान किया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं पौष मास की कालाष्टमी की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त के बारे में...
पौष मास की कालाष्टमी तिथि 03 जनवरी 2024 को शाम 07:48 बजे शुरू हो रही है. इसका समापन 4 जनवरी 2024 को रात 10:04 बजे होगा. ऐसे में इस साल पौष मास की कालाष्टमी (Kalashtami) का व्रत 04 जनवरी 2024, गुरुवार को रखा जाएगा.
मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन व्रत रखने और बाबा काल भैरव की पूजा करने से सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन (Kalashtami) व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और शुभ फल प्राप्त होता है। बाबा भैरव की पूजा करने से शत्रुओं से भी मुक्ति मिलती है।
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