January 10, 2023 Blog

भगवान शिव को प्रसन्न करने के 10 प्रभावशाली उपाय

BY : Dr. Sandeep Ahuja – Ayurvedic Practitioner & Wellness Writer

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शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है क्योंकि वह अपने भक्तों की थोड़ी सी पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं। जब जीवन में हर तरफ से परेशानी का सामना करना पड़ता है तो भगवान भोलेनाथ की पूजा भक्त के सभी संकटों को दूर कर सकती है और उन्हें मोक्ष की ओर ले जा सकती है। मनुष्य के पापों को दूर करने में शिवलिंग पूजन का विशेष महत्व है।

सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा करने के लिए सबसे अच्छा दिन होता है, क्योंकि तभी उनकी शक्ति व्यक्ति के जीवन में आने वाली समस्याओं को कम करने में मदद कर सकती है। हालाँकि, यदि सभी संभव प्रयासों के बाद भी समस्याएँ बनी रहती हैं, तो नियमित रूप से मंदिर में हिंदू भगवान शिव के शिवलिंग की पूजा करने से समस्या का समाधान हो सकता है।

भगवान शिव को प्रसन्न कैसे करे :

  • भगवान शिव के मंदिर में महा मृत्युंजय मंत्र का जाप करने से सभी रोगों और व्याधियों से मुक्ति मिलती है। 
  • रुद्र अभिषेक, भगवान शिव को समर्पित एक सुबह का अनुष्ठान जिसमें शिवलिंग को दूध, दही, घी, शहद और चीनी के मिश्रण से स्नान कराया जाता है, भगवान शिव को विशेष रूप से प्रिय है। 
  • कच्ची गाय के दूध से शिवलिंग की पूजा करने और उस पर काले तिल चढ़ाने से सभी रोगों से मुक्ति मिलती है। 
  • भगवान शिव को बिल्व पत्र अत्यंत प्रिय है इसलिए शिवलिंग का जल द्वारा अभिषेक करने के पश्चात् शिवलिंग पर बिल्वपत्र अवश्य अर्पित करने चाहिए |
  • शिवलिंग पर धतूरे के फूल अर्पित करने से संतान संबंधी सुख प्राप्त होता है |
  • ओम नमः शिवाय मंत्र का नियमित जाप करने से आपको जीवन में सुख, शांति और अच्छा स्वास्थ्य मिलेगा। यदि किसी कार्य विशेष को सिद्ध करने का संकल्प लेकर इस मंत्र का जप किया जाए तो मंत्र का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। 
भगवान शिव
  • प्रत्येक सोमवार का व्रत करने से आपको वैवाहिक सुख की प्राप्ति होगी। 
  • शिवलिंग पर चंदन का तिलक लगाने से भक्त को मान-सम्मान और यश की प्राप्ति होती है। 
  • भोग और मोक्ष दोनों की प्राप्ति के लिए शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाया जा सकता है। ऐसे भक्त को हमेशा भोलेनाथ की छाया का आभास होता है।
  • भगवान शिव के इस मंत्र द्वारा औषधि को अभिमंत्रित कर लेने से औषधि का प्रभाव 100 गुना अधिक होता है | मंत्र इस प्रकार से है|
” याते रुद्र शिवातनुः शिवा व्विश्स्वाहा भेषजी
शिवा रुतस्य भेषजी तयानो मृड जीवसे ” 


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Author: Dr. Sandeep Ahuja – Ayurvedic Practitioner & Wellness Writer

Dr. Sandeep Ahuja, an Ayurvedic doctor with 14 years’ experience, blends holistic health, astrology, and Ayurveda, sharing wellness practices that restore mind-body balance and spiritual harmony.