June 8, 2017 Blog

जीवन में संगीत का महत्व!

BY : Dr. Sandeep Ahuja – Ayurvedic Practitioner & Wellness Writer

लेखक: सोनू शर्मा

जीवन में संगीत का महत्व !

संगीत में बहुत शक्ति होती है, संगीत जहाँ एक ओर बना सकता है वही एक ओर बिगाड़ भी सकता है I मनुष्य की तो बात ही क्या है संगीत के माध्यम से पशु पक्षी व पेड़ पोधो पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है I वैज्ञानिको ने सिद्ध कर दिया है की संगीत की सहायता से रोगो का भी उपचार किया जा सकता है I

नेत्र रोग औऱ ह्रदय रोग के उपचार में इसका प्रयोग बहुत सफल रहा है I संगीत के स्वरों से पाचन सम्बंधित बीमारियों का उपचार भी किया जाता है I जैसे जैसे मनुष्य संगीत की स्वर लेहरो में खोता चला जाता है, उसका ध्यान सब बातो से हट जाता है औऱ वह सुकून महसूस करने लगता है I

आप लोगो ने साउंड थेरेपी के बारे में तो सुना ही होगा , संगीत के सात स्वरों के अपने अलग अलग सात रंग होते है I प्रत्येक स्वर की तरंग का जो रंग होता है वह शरीर ओर मन को प्रभावित करता है I संगीत से जो तरंग निकलती है उसका मानव के मन पर गहरा प्रभाव पड़ता है I इस थेरेपी से शरीर के सब अंग एक्टिव हो जाते है ओर शरीर में परिवर्तन दिखाई देने लगता है I

पिछले दिनों जापान के वैज्ञानिक ने टमाटर, चुकंदर औऱ तरबूज जैसी फसलों पर संगीत का प्रयोग किया गया औऱ पाया की फलो के वजन में बढ़ोतरी हो रही है औऱ साथ साथ उनका स्वाद भी अच्छा होता है I हीरे जैसे कठोर वस्तु को काटने के लिए भी सूक्ष्म तरंगो का प्रयोग किया जाता है I ध्वनि की तरंगो से बड़े बड़े पुल टूट जाते है, खिड़कियों के शीशे तक टूट जाते है I

संगीत मनुषय का तनाव कम करता है औऱ मानसिक रोगो के उपचार में भी सहायता करता है I संगीत में दीपक राग से दीपो को जलना, मेघमल्हार राग से बादलो का बरसाना औऱ मोहन राग को सुनकर सापो का लहराना, यही सिद्ध करता है की हमारे जीवन के लिए संगीत संजीवनी है I

आप लोग भी अपनी दिनचर्या में से थोड़ा सा वक़्त निकाले औऱ संगीत को अपने जीवन का हिस्सा बनाए औऱ देखे की आप अपने अंदर कितना फर्क महसूस करते है I

Author: Dr. Sandeep Ahuja – Ayurvedic Practitioner & Wellness Writer

Dr. Sandeep Ahuja, an Ayurvedic doctor with 14 years’ experience, blends holistic health, astrology, and Ayurveda, sharing wellness practices that restore mind-body balance and spiritual harmony.