May 29, 2017 Blog

कन्या राशि

BY : Dr. Sandeep Ahuja – Ayurvedic Practitioner & Wellness Writer

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लेखक: सोनू शर्मा

कन्या राशि

कन्या राशि का चिन्ह कुवारी कन्या होता हैं, इस राशि का स्वामी बुध गृह हैं इसीलिए इसके जातक भाषण में निपुण होते हैं । यह पृथ्वी तत्व की राशि हैं । इस राशि के जातक संकोची तथा शर्मीले स्वाभाव के होते हैं, साथ साथ परिक्रमी व बुद्धिमान होते हैं । यह चंचल तथा भावुक होते हैं ।
यह बहुत स्वाभिमानी भी होते हैं, जब इन्हे क्रोध आता हैं तो यह उग्र रूप धारण कर लेते हैं ।

इनका शरीर मध्यम, ऊंचा व तेज गति से चलने वाला होता हैं, इन्हे मस्ती में हाथ हिलाकर चलना पसंद होता हैं।

परम्पराओं से बंधकर रहते हैं, बहुत हॅसमुख तथा प्रियभाषी होते हैं । परिवार के साथ रहना पसंद करते हैं, उन्हें कोई विघ्न नहीं आने देते, पड़ोस हो या घर जवाबदेही इन्ही की होती हैं, घर के लोंगो का ध्यान रखना इनकी आदत होती हैं, दूसरो की सेवा करने में इन्हे ख़ुशी मिलती हैं ।

इस राशि के जातक अपने स्वास्थ का बहुत ध्यान रखते हैं और अपने शरीर को हेल्थी रखने के लिए जो बन पड़ता हैं वो करते हैं ।

इस राशि के व्यक्ति दिमाग की अपेक्षा दिल से ज़्यादा काम लेते हैं, इन्हे घूमने का बहुत शौक होता हैं, देश विदेश की यात्रा करते रहते हैं । विद्वानों की संगति में रहना पसंद करते हैं, बहुत सभ्य व नाजुक होते हैं।

इन्हे फेफड़ो, आँख और पेट से सम्बन्धी रोग जैसे की पाचन क्रिया ठीक न रहना, खाँसी, मोतियाबिंद आदि बीमारियाँ हो सकती हैं । यह ईश्वर में आस्था रखते हैं ।

इस राशि के जातक की पुस्तकों और कला में बहुत रूचि होती हैं, इसीलिए इस राशि के व्यक्ति ज़्यादातर व्यवसाय से डॉक्टर, मनोवैज्ञानिक, शिक्षक और लेखक होते हैं ।

कन्या राशि वालों के लिए बुधवार शुभ दिन होता हैं, इनका भाग्यशाली स्टोन पुखराज और शुभ रंग नारंगी, सफेद और ग्रे होता हैं

Author: Dr. Sandeep Ahuja – Ayurvedic Practitioner & Wellness Writer

Dr. Sandeep Ahuja, an Ayurvedic doctor with 14 years’ experience, blends holistic health, astrology, and Ayurveda, sharing wellness practices that restore mind-body balance and spiritual harmony.