By: Deepika
पूरे देश में अभी से जन्माष्टमी की तैयारियां शुरू हो गई है, क्योंकि यह त्यौहार सभी लोग बड़े ही उत्साहपूर्वक और धूम-धाम से मनाया जाता है। जन्माष्टमी का पर्व भादो मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। जन्माष्टमी के दिन ही कुछ ऐसे उपाय किए जाते है जो बेहद ही शुभ फल प्रदान करता है।इस दिन भगवान श्री कृष्ण को खुश करने से माता लक्ष्मी स्वत: ही प्रसन्न हो जाती है। तो चलिए आपकों बताते है कि वह कौनसे उपाए है जिन्हें करने से भगवान कृष्ण जल्द ही प्रसन्न हो कर अपने भक्तों की हर इच्छा पूर्ण करते है साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा भी सदैव बनी रहती है।
भगवान श्री कृष्ण की कृपा और धन प्राप्त करने के लिए जन्माष्टमी के दिन जल्दी सुबह उठकर स्नान करें और राधा-कृष्ण मन्दिर जाकर भगवान कृष्ण को पीले रंग की फूल-माला अर्पित करें।
जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की विशेष कृपा पाने के लिए सफेद मिठाई, साबुदाने की खीर बनाकर भगवान को भोग लगाएं। उसमें मिश्री और तुलसी के पत्ते भी डालें। ऐसा करने से भगवान श्री कृष्ण जल्दी ही प्रसन्न हो जाते है, जिससे धनलक्ष्मी की भी विशेष कृपा प्राप्त होती है।
जन्माष्टमी वाले दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा करते समय कुछ रूपए इनके पास रख देवें। पूजा के बाद इन रूपयों को अपने पर्स में रख लें और कदापि खर्च ना करें। इससे आपकी जेब सदैव रूपयों से भरी रहेगी।
जन्माष्टमी की रात के ठीक 12 बजें भगवान श्री कृष्ण का केसर युक्त दूध से भगवान का अभिषेक करें, इससे जीवन में कभी भी धन की कमी नही आती है। और तिजोरी हमेशा धन-दौलत से परिपूर्ण रहती है।
भगवान श्री कृष्ण को भगवान नारायण श्री विष्णु जी का अवतार माना गया है। इसलिए जन्माष्टमी के दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान कृष्ण का जल-अभिषेक करें। ऐसा करने से भगवान कृष्ण के साथ मां धन लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है और साथ ही मन की हर इच्छा पूर्ण करती है।
किसी भी भगवान श्री कृष्ण के मंदिर में जाकर तुलसी की माला से इस मंत्र का 11 बार जप करें।
-क्लीं कृष्णाय वासुदेवाय हरि: परमात्मने
प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:
इसके बाद भगवान श्री कृष्ण को पीला वस्त्र और तुलसी के पत्ते भी अर्पित करें। इससे कारोबार में दिन दौगुनी रात चौगुनी वृद्धि होती है।
धन-धान्य के साथ प्रेम, भक्ति और संतान प्राप्ति के लिए आपको जन्माष्टमी पर गोपाल सहस्त्रनाम, राधा सहस्त्रनाम या विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ अवश्य करें। इससे आपकों जीवन में कभी भी दुख प्राप्त नही होगा, और प्रत्येक व्यक्ति से प्रेम की प्राप्ति होगी।