Mundan Muhurat 2025: सनातन धर्म में मुंडन संस्कार का अत्यधिक महत्व है और इसे जीवन के महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक माना जाता है। इस प्रक्रिया में पारंपरिक विधि से बच्चे के सिर के बाल हटाए जाते हैं, जो उनके जीवन में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है। कई स्थानों पर इसे चूड़ाकरण भी कहा जाता है।
मुंडन संस्कार (Mundan Sanskar) अक्सर अन्नप्राशन के बाद संपन्न किया जाता है, जिसमें पहली बार बच्चे के सिर के बाल उतारे जाते हैं। इस दौरान बालों को आटे या गोबर के गोले में लपेटकर भूमि में दबाने या जलाशय में प्रवाहित करने की परंपरा होती है या किसी पवित्र जलाशय में विसर्जित कर दिया जाता है। यह परंपरा शुद्धिकरण और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक मानी जाती है।
हिंदू परंपराओं के अनुसार, मुंडन संस्कार (Mundan Sanskar) सामान्यतः बच्चे के जन्म के एक या तीन वर्ष बाद किया जाता है, जो उसकी सेहत और शारीरिक क्षमता पर निर्भर करता है। कई माता-पिता इस संस्कार के लिए सबसे शुभ समय निर्धारित करने के लिए ज्योतिषी की सलाह लेते हैं। कुछ परिवार बच्चे की कुंडली के आधार पर तय करते हैं कि मुंडन कब करवाना सही रहेगा, ताकि शुभ मुहूर्त का पूरी तरह पालन किया जा सके।
हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 में मुंडन संस्कार के लिए कई शुभ मुहूर्त (Mundan Muhurat 2025)उपलब्ध हैं। अब आइए जानते हैं कि वर्ष 2025 में मुंडन संस्कार के लिए कौन-कौन से शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं।
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Mundan Muhurat 2025:
जनवरी 2025 मुंडन संस्कार मुहूर्त (Mundan Muhurat 2025 Of January) |
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तारीख |
दिन |
समय |
30 जनवरी |
गुरुवार |
शाम 04 बजकर 13 मिनट से 31 जनवरी की सुबह 07 बजकर 10 मिनट तक |
31 जनवरी |
शुक्रवार |
शाम 07 बजकर 10 मिनट से 1 फरवरी की सुबह 04 बजकर 15 मिनट तक |
फरवरी 2025 मुंडन संस्कार मुहूर्त (Mundan Muhurat 2025 Of Febuary) |
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तारीख |
दिन |
समय |
4 फरवरी |
मंगलवार |
सुबह 04 बजकर 37 मिनट से 5 फरवरी की सुबह 6 बजकर 38 मिनट तक |
7 फरवरी |
शुक्रवार |
शाम 06 बजकर 41 मिनट से 8 फरवरी की सुबह 07 बजकर 06 मिनट तक |
10 फरवरी |
सोमवार |
सुबह 07 बजकर 3 मिनट से 10 फरवरी की शाम 07 बजकर 0 मिनट तक |
17 फरवरी |
सोमवार |
सुबह 6 बजकर 58 मिनट से 18 फरवरी की सुबह 4 बजकर 56 मिनट तक |
26 फरवरी |
बुधवार |
सुबह 6 बजकर 49 मिनट से 11 बजकर 11 मिनट तक |
मार्च 2025 मुंडन संस्कार मुहूर्त (Mundan Muhurat 2025 Of March) |
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तारीख |
दिन |
समय |
3 मार्च |
सोमवार |
शाम 6 बजकर 4 मिनट से 4 मार्च की सुबह 4 बजकर 30 मिनट तक |
17 मार्च |
सोमवार |
सुबह 6 बजकर 29 मिनट से शाम 7 बजकर 36 मिनट तक |
21 मार्च |
शुक्रवार |
सुबह 6 बजकर 24 मिनट से 22 मार्च की सुबह 1 बजकर 46 मिनट तक |
27 मार्च |
गुरुवार |
सुबह 6 बजकर 17 मिनट से रात 11 बजकर 6 मिनट तक |
31 मार्च |
सोमवार |
सुबह 6 बजकर 13 मिनट से दोपहर 1 बजकर 45 मिनट तक |
अप्रैल 2025 मुंडन संस्कार मुहूर्त (Mundan Muhurat 2025 Of April) |
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तारीख |
दिन |
समय |
14 अप्रैल |
सोमवार |
सुबह 8 बजकर 27 मिनट से रात 11 बजकर 59 मिनट तक |
17 अप्रैल |
गुरुवार |
दोपहर 3 बजकर 26 मिनट से 18 अप्रैल की सुबह 5 बजकर 54 मिनट तक |
23 अप्रैल |
बुधवार |
सुबह 5 बजकर 48 मिनट से 24 अप्रैल की सुबह 5 बजकर 48 मिनट तक |
24 अप्रैल |
गुरुवार |
सुबह 5 बजकर 47 मिनट से 10 बजकर 50 मिनट तक |
मई 2025 मुंडन संस्कार मुहूर्त (Mundan Muhurat 2025 Of May) |
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तारीख |
दिन |
समय |
14 मई |
बुधवार |
सुबह 11 बजकर 47 मिनट से 15 मई की सुबह 5 बजकर 31 मिनट तक |
15 मई |
गुरुवार |
सुबह 5 बजकर 30 मिनट से दोपहर 2 बजकर 8 मिनट तक |
19 मई |
सोमवार |
सुबह 6 बजकर 14 मिनट से 20 मई की सुबह 5 बजकर 28 मिनट तक |
28 मई |
बुधवार |
सुबह 5 बजकर 24 मिनट से 29 मई की दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक |
29 मई |
गुरुवार |
रात 10 बजकर 38 मिनट से 11 बजकर 18 मिनट तक |
30 मई |
शुक्रवार |
रात 9 बजकर 23 मिनट से 31 मई की सुबह 5 बजकर 45 मिनट तक |
जून 2025 मुंडन संस्कार मुहूर्त (Mundan Muhurat 2025 Of June) |
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तारीख |
दिन |
समय |
6 जून |
शुक्रवार |
सुबह 6 बजकर 34 मिनट से 7 जून की सुबह 4 बजकर 50 मिनट तक |
11 जून |
बुधवार |
सुबह 5 बजकर 22 मिनट से दोपहर 1 बजकर 15 मिनट तक |
16 जून |
सोमवार |
सुबह 5 बजकर 22 मिनट से दोपहर 3 बजकर 34 मिनट तक |
26 जून |
गुरुवार |
दोपहर 1 बजकर 27 मिनट से 27 जून की सुबह 5 बजकर 24 मिनट तक |
27 जून |
शुक्रवार |
सुबह 5 बजकर 25 मिनट से 28 जून की सुबह 5 बजकर 25 मिनट तक |
जुलाई 2025 मुंडन संस्कार मुहूर्त (Mundan Muhurat 2025 Of July) |
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2 जुलाई |
बुधवार |
सुबह 11 बजकर 7 मिनट से 11 बजकर 59 मिनट तक |
4 जुलाई |
शुक्रवार |
शाम 4 बजकर 33 मिनट से 5 जुलाई की सुबह 5 बजकर 27 मिनट तक |
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हिंदू पंचांग के अनुसार, अगस्त से दिसंबर तक के महीनों में मुंडन संस्कार के लिए कोई शुभ तिथि उपलब्ध नहीं है। इस दौरान कुछ नक्षत्रों की प्रतिकूल स्थिति के कारण ये महीने मुंडन संस्कार के लिए अशुभ माने जाते हैं।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ग्रहों और ब्रह्मांडीय परिस्थितियों के प्रतिकूल रहने पर मुंडन संस्कार से बचना चाहिए, क्योंकि इसे शुभता और सकारात्मक ऊर्जा के लिए अनुकूल नहीं माना जाता।
मुंडन संस्कार के फायदे
मुंडन संस्कार (Mundan Sanskar) को शुभ मुहूर्त में कराना शिशु के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए अत्यंत लाभकारी और शुभ माना जाता है। इसलिए, इस संस्कार को कराने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लें या अपनी पारिवारिक परंपरा के अनुसार मुंडन विधि संपन्न करें।
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