Griha Pravesh Muhurat: हर किसी का एक सपना होता है, अपने खुद के घर का। इस सपने को पूरा करने के लिए लोग कड़ी मेहनत करते हैं। जब अंततः यह सपना साकार होता है, तब गृह प्रवेश का अवसर आता है। अब आपको यह सोचने पर मजबूर किया जा सकता है कि नए घर में रहने से पहले गृह प्रवेश क्यों आवश्यक है। इसका कारण यह है कि आपकी मेहनत के बाद, अगर आपके घर में सुख-समृद्धि का अभाव हो, तो सब कुछ व्यर्थ लगता है। गृह प्रवेश (Griha Pravesh muhurat) का आयोजन करने से घर में सुख और समृद्धि का निवास होता है, शांति बनी रहती है और मां लक्ष्मी की कृपा आपके साथ होती है।
गृह प्रवेश के महत्व को देखते हुए हिंदू धर्म में इसके लिए कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण नियम है, गृह प्रवेश के लिए पूजा का सही समय। गृह प्रवेश हमेशा शुभ मुहूर्त में किया जाना चाहिए। तो आइए जानते हैं कि नवंबर एवं दिसंबर 2024 में गृह प्रवेश के लिए कौन-कौन से शुभ मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं।
Griha Pravesh Muhurat 2024: ज्योतिष विशेषज्ञों और वास्तु शास्त्र के अनुसार, नए घर में प्रवेश करने के लिए सबसे अनुकूल दिन वह होता है, जब सकारात्मक ऊर्जा अपने चरम पर होती है। इसलिए, नवंबर एवं दिसंबर 2024 में गृह प्रवेश मुहूर्त (Griha Pravesh Muhurat) जानने के लिए उचित तिथि और नक्षत्र का निर्धारण करना आवश्यक है। नीचे 2024 के लिए शुभ गृह प्रवेश मुहूर्त की तिथियों और समय का विवरण दिया गया है। हालांकि, यदि आप किसी अन्य तिथि पर गृह प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो पहले किसी ज्योतिषी या पुजारी से सलाह लेना बेहतर रहेगा।
कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि खरमास, चतुर्मास, श्राद्ध आदि के महीनों में गृह प्रवेश करना अशुभ होता है। इसलिए, गृह प्रवेश का समय निर्धारित करने से पहले, साल 2024 के लिए शुभ मुहूर्त की जानकारी लेना और अपने पंडितजी या ज्योतिषी से सलाह लेना आवश्यक है।
गृह प्रवेश की पूजा के लिए नवंबर एक अत्यधिक शुभ महीना माना जाता है। इस महीने में 8 तिथियां ऐसी हैं, जिन पर आप पूजा कर अपने नए घर में गृह प्रवेश कर सकते हैं। हालाँकि, सही मुहूर्त और समय के लिए किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श लेना आवश्यक है इसी के साथ दिसंबर भी गृह प्रवेश के लिए शुभ महीनों में शामिल है, जिसमें 4 विशेष तिथियां निर्धारित की गई हैं। आइए जानते है कि ये तिथियां क्या है ?
गृह प्रवेश तिथि |
दिन |
नक्षत्र |
तिथि |
मुहूर्त समय |
2 नवंबर |
शनिवार |
अनुराधा, विशाखा |
द्वितीया |
05:58 प्रातः से 06:40 प्रातः तक, 3 नवंबर |
4 नवंबर |
सोमवार |
अनुराधा |
तृतीया |
06:40 प्रातः 08:04 प्रातः |
7 नवंबर |
गुरुवार |
उत्तराषाढ़ा |
सप्तमी |
12:34 प्रातः 06:42 प्रातः, 8 नवंबर |
8 नवंबर |
शुक्रवार |
उत्तराषाढ़ा |
सप्तमी |
06:42 प्रातः 12:03 दोपहर |
13 नवंबर |
बुधवार |
रेवती |
त्रयोदशी |
01:01 दोपहर 03:11 प्रातः, 14 नवंबर |
16 नवंबर |
शनिवार |
रोहिणी |
द्वितीया |
07:28 दोपहर 06:47 प्रातः, 17 नवंबर |
18 नवंबर |
सोमवार |
मार्गशिरा |
तृतीया |
06:48 प्रातः 03:49 दोपहर |
25 नवंबर |
सोमवार |
उत्तरा फाल्गुनी |
दशमी |
06:52 प्रातः 01:24 प्रातः, 26 नवंबर |
5 दिसंबर |
गुरुवार |
उत्तराषाढ़ा |
पंचमी |
12:49 दोपहर 05:26 दोपहर |
11 दिसंबर |
बुधवार |
रेवती |
एकादशी |
07:02 प्रातः 11:48 प्रातः |
21 दिसंबर |
शनिवार |
उत्तरा फाल्गुनी |
सप्तमी |
06:14 प्रातः 07:08 प्रातः, 22 दिसंबर |
25 दिसंबर |
बुधवार |
आकृति |
दशमी |
07:09 प्रातः 03:22 दोपहर |
गृह प्रवेश मुहूर्त 2024(Griha Pravesh Muhurat 2024) की गणना करते समय तिथि, वार, नक्षत्र, योग, और करण का विशेष ध्यान रखा जाता है। शुभ मुहूर्त तभी बनता है जब ये सभी तत्व अनुकूल हों। इसके अलावा, चतुर्मास, श्राद्ध, और खरमास के दौरान गृह प्रवेश को वर्जित माना जाता है। सही मुहूर्त की गणना के लिए, जन्म कुंडली और घर के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श करना चाहिए। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि का वास होता है।
गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त (Griha Pravesh Muhurat) की गणना पंचांग शुद्धि के बाद की जाती है, जिसके आधार पर गृह प्रवेश, हवन और शांति पूजा का उपयुक्त समय तय होता है। पंडितों और ज्योतिषियों का मानना है कि शुक्र तारा और गुरु तारा के अस्त होने के दौरान नए घर में प्रवेश करने से बचना चाहिए, क्योंकि उस समय शुक्र और बृहस्पति अशुभ स्थिति में होते हैं। गृह प्रवेश 2024 के लिए शुभ समय वह होता है जो कम से कम चार घंटे तक बना रहे और इसे सूर्योदय से अगले सूर्योदय तक की अवधि में देखा जाता है।
गृह प्रवेश के समय ध्यान रखने योग्य कुछ नियम इस प्रकार हैं: