ऋतू का सीधा सम्बन्ध सूर्य की युति से होता है, जैसे जैसे सूर्य अपने वर्तुल में घूमता है वैसे वैसे ऋतुए बदलती रहती है । ऋतुएँ ६ होती है और हर ऋतु २ महीने की होती है । ऋतु के अनुसार व्यक्ति का शारीरिक गठन, उसकी मानसिकता, रूचि, उसका रहन - सहन, धन, ऐश्वर्य, इत्यादि का पता चलता है, आइये जानते है ऋतु के अनुसार किस जातक का व्यक्तित्व कैसा होता है -
१) वसंत ऋतु - वसंत ऋतु का अपना अलग ही महत्व है, इस ऋतु में वातावरण सुहावना हो जाता है, यह फरवरी मार्च के महीने में आती है, इस ऋतु में जन्मे लोग बहुत सुन्दर होते है । वह बुद्धिमान होने के साथ - साथ गणित में प्रवीण होते है, वह अनेक शास्त्रों को जानने वाले होते है, संगीत शास्त्र में उनकी बहुत रूचि होती है तथा उसमे निपुण होते है । उन्हें सुन्दर - सुन्दर वस्त्र पहनना अच्छा लगता है, हँसमुख तथा हमेशा प्रसन्न रहने वाले होते है ।
२) ग्रीष्म ऋतु - ग्रीष्म ऋतु में जन्म लेने वाले जातक धन - धान्य से संपन्न होते है, अच्छी विद्या अध्यन्न करने वाले तथा अच्छे वक्ता अर्थात बोलने की कला में माहिर होते है । उन्हें बाग बगीचों में घूमना तथा जलाशयों में विहार करना पसंद होता है ।
३) वर्षा ऋतु - वर्षा ऋतु में चारों ओर हरियाली छा जाती है, इस ऋतु में जन्मे व्यक्ति घोड़े की सवारी का शौक रखने वाले होते है, इनकी कफ व वात प्रकृति होती है, यह बुद्धिमान ओर प्रतापी होने के साथ साथ खुशमिजाज भी होते है ।
४) शरद ऋतु - इस ऋतु में जन्मे जातक अभिमानी स्वाभाव के होते है लेकिन क्रोधी नहीं होते, इनके पास कई वाहन होते है, ये बहुत धनवान होते है तथा प्रसन्नचित रहते है ।
५) शिशिर ऋतु - इन जातको को मीठा पकवान पसंद होता है, इनका स्वाभाव क्रोधी होता है, यह साहसी तथा बलवान होते है ।