Surya Arghya: हिंदू धर्म में अन्य देवी-देवताओं की तरह सूर्य देव की भी पूजा की जाती है। रोज सुबह सूर्य देव को जल चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है। लेकिन ऐसा माना जाता है कि कुछ लोगों को सूर्य को जल नहीं चढ़ाना चाहिए अन्यथा उनके जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं। आइए जानते हैं इस विषय के बारे में.
ज्योतिष शास्त्र में भी सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है। इसके अलावा यह भी माना जाता है कि अगर कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत हो तो व्यक्ति को जीवन में अपार धन की प्राप्ति होती है। मान्यताओं के अनुसार, रोजाना सूर्य देव (Surya Arghya) को जल चढ़ाने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत हो सकती है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें सूर्य देव को जल देने से मना किया जाता है। आइए जानते हैं कौन हैं वो लोग?कभी भी बिना स्नान किए सूर्य देव को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति के परिवार में सूतक है तो भी उसे सूर्य को अर्घ्य नहीं देना चाहिए। घर में किसी का जन्म या मृत्यु होने पर सूतक लगता है। यदि कोई व्यक्ति किसी गंभीर रोग से पीड़ित है जिसके कारण वह सूर्य अर्घ्य (Surya Arghya) देने में असमर्थ है तो ऐसी स्थिति में भी सूर्य को जल न चढ़ाएं। वहीं, अगर किसी महिला को मासिक धर्म हो रहा हो तो उसे भी अर्घ्य देने से बचना चाहिए।
सबसे पहले सूर्योदय से पहले उठें। इसके बाद स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पहनें। इसके बाद एक लोटे में जल लें और उसमें लाल चंदन, लाल फूल, कुमकुम और अक्षत आदि डालें। सूर्य अर्घ्य (Surya Arghya) के लिए तांबे के लोटे का उपयोग करना बेहतर माना जाता है। इसके बाद सूर्य की ओर मुख करके तांबे के पात्र को दोनों हाथों से पकड़ें और सूर्य देव को अर्घ्य दें। शुभ फल पाने के लिए इस दौरान ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जाप करते रहें।
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