त्रिपुर भैरवी जयंती के दिन दस महाविद्याओं में से पांचवें उग्र रूप देवी भैरवी की पूजा करने की परंपरा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी भैरवी भगवान भैरव की पत्नी हैं जो भगवान शिव का एक उग्र रूप हैं। कहा जाता है कि देवी भैरवी (Tripura Bhairavi Jayanti) की पूजा करने से गुप्त शत्रुओं का नाश होता है। साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं.
Tripura Bhairavi Jayanti 2023: सनातन धर्म में त्रिपुर भैरवी जयंती को बहुत ही शुभ माना जाता है। यह मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा यानी 26 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन दस महाविद्याओं में से पांचवें उग्र रूप देवी भैरवी की पूजा करने की परंपरा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी भैरवी भगवान भैरव की पत्नी हैं, जो भगवान शिव का एक उग्र रूप हैं।
तंत्र विद्या में निपुणता प्राप्त करने के लिए मां आदिशक्ति के स्वरूप त्रिपुर भैरवी (Tripura Bhairavi Jayanti) की पूजा की जाती है। इसके अलावा देवी भैरवी को तेरह अलग-अलग रूपों में पूजा जाता है, जैसे-त्रिपुर भैरवी, चैतन्य भैरवी, सिद्ध भैरवी, भुवनेश्वर भैरवी, संपदाप्रद भैरवी, कालेश्वरी भैरवी, कामेश्वरी भैरवी, कमलेश्वरी भैरवी, रुद्र भैरवी, भद्र भैरवी, शतकुटी भैरवी और नित्या भैरवी।
माना जाता है कि मां का यह रूप दिखने में जितना विचित्र और कठोर है, वह उतना ही दयालु भी है। ऐसे में अगर आप लगातार किसी न किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको मां दुर्गा के इस रौद्र रूप की पूजा जरूर करनी चाहिए।