Masik Shivratri 2023: आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 12 अक्टूबर को शाम 07:53 बजे शुरू होगी और अगले दिन 13 अक्टूबर को रात 09:50 बजे समाप्त होगी। मासिक शिवरात्रि पर निशा काल में महादेव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इसलिए मासिक शिवरात्रि 12 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी.

आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 12 अक्टूबर को शाम 07:53 बजे शुरू होगी और अगले दिन 13 अक्टूबर को रात 09:50 बजे समाप्त होगी।
मासिक शिवरात्रि पर दुर्लभ ब्रह्म योग बन रहा है। इस योग का निर्माण पूरे दिन होता है। इस योग में भगवान शिव की पूजा करने से साधक पर महादेव की कृपा बरसती है।
मासिक शिवरात्रि पर शुक्ल योग भी बन रहा है। इस योग का निर्माण सुबह 09:30 बजे तक है. इस योग में महादेव की पूजा करने से साधक को कई गुना फल मिलता है।
चतुर्दशी के दिन सुबह 06:47 बजे से शाम 07:53 बजे तक व्यावसायिक उत्पादन हो रहा है. इससे पहले गर करण का शुभ योग बन रहा है। शुभ कार्यों के लिए गर और वणिज करण सर्वोत्तम माने गए हैं।
ज्योतिषियों के मुताबिक मासिक शिवरात्रि पर भाद्रवास योग बन रहा है। मासिक शिवरात्रि पर शाम 07 बजकर 50 मिनट से पूरी रात तक भद्रावास योग है. इस समय भद्रा पाताल लोक में रहेगी। शास्त्रों में यह निहित है कि भद्रा के पाताल लोक में रहने के दौरान पृथ्वी पर रहने वाले सभी प्राणियों का कल्याण होता है। अत: यह भद्रा योग लाभकारी है।
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Dr. Sandeep Ahuja, an Ayurvedic doctor with 14 years’ experience, blends holistic health, astrology, and Ayurveda, sharing wellness practices that restore mind-body balance and spiritual harmony.