जैसा कि हम जानते हैं कि कोरोनावायरस का आज तक कोई इलाज नहीं है और हमारे वैज्ञानिक और शोधकर्ता इसका इलाज करने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। सबसे पहले, Starzspeak आपको अपने हाथों को नियमित रूप से धोने और वायरस से दूर रहने के लिए सभी सावधानी बरतने का आग्रह करता है।
कोरोना वायरस सारे देश में आग की तरह फ़ैल रहा है। इसकी चपेट में बच्चे से लेकर बुढ्ढे लोग भी आ गए हैं। कोरोना वायरस से महिला हो या पुरुष, हर किसी एक व्यक्ति को खतरा हैं। हाल ही में कोरोना वायरस के आंकड़ों के अनुसार यह तथ्य सामने आया हैं कि कोरोना वायरस के शिकार होने वाले लोगों में पुरुषों की संख्या ज्यादा हैं। कोरोना वायरस महामारी का असर महिलाओं के मुकाबले पुरुषों पर ज्यादा हो रहा हैं। हाल ही में ग्लोबल हेल्थ द्वारा एक सर्वे किया गया जिसमे यह तथ्य सामने आया कि महिलाओं की अपेक्षा पुरुष कोरोना वायरस के ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
क्या कहते है आंकड़ें
अगर हम इस बात पर गौर करें कि कोरोना वायरस से कौन ज्यादा प्रभावित हैं - पुरुष या महिला।
इसी के सम्बन्ध में अगर हम इटली के नैशनल हेल्थ इंस्टिट्यूट द्वारा जारी किए गए आंकड़ों की बात करें तो इटली में कोरोना वायरस का प्रकोप फैला हुआ है और इसकी चपेट में आने वालों में पुरुष और महिलायें दोनों हैं। हालाँकि कोरोना वायरस के शिकार लोगों के आंकड़ें की बात करें तो यह आंकड़ा पुरुष समाज का ज्यादा हैं। इटली में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में 60 प्रतिशत पुरुष पाए गए और जिन लोगों ने इस वायरस के शिकार होकर पानी जान गवां दी उसमे 70% पुरुष थे।
इसी तरह से अगर हम अन्य देशों जैसे चीन और दक्षिण कोरिया के आंकड़ों का आंकलन करें तो यह आंकड़ें दोनों ही देशों में पुरुषों का ज्यादा था। हालाँकि अभी तक इस तथ्य का अमेरिका द्वारा समर्थन नहीं हो पाया है क्योंकि अभी तक अमेरिका के लैंगिक आधार पर आंकड़ों को प्राप्त करना संभव नहीं हो पाया हैं।
पुरुषों को ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता
चीन और दक्षिण कोरिया के आंकड़ों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला जा सकता हैं कि महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को कोरोना वायरस का ज्यादा खतरा है। हालांकि इस तथ्य की पुष्टि किसी भी वैज्ञानिकी तरह से नहीं हो पाई हैं। अगर हम मेडिकल साइंस की बात करें तो धूम्रपान करने वालों में पुरुषों का प्रतिशत अधिक होता हैं। धूम्रपान एक ऐसी लत है जिसके कारण रेस्पिरेटरी सम्बन्धी समस्याएं हो जाती हैं। धूम्रपान करने से सांस लेने की दिक्कत हो सकती हैं। आपके फेफड़ें खराब हो सकते हैं। धूम्रपान करने से जल्दी बीमार होने के आसार होते है और इंसान का इम्यूनिटी लेवल कम हो जाता है। अगर धूम्रपान करने के प्रतिशत और उससे होने वाली समस्याओं को देखा जाएँ तो कोरोना वायरस से पुरुषों को अधिक खतरा हैं। वही दूसरी तरफ महिलाओ को कोरोना वायरस से कम खतरा होता हैं।
अगर हम चीन में धूम्रपान करने वाले लोगों के आंकड़ों की बात करें तो पुरुषों में यह प्रतिशत 50% से अधिक हैं और महिलाओं में यह प्रतिशत केवल 3% हैं। दूसरी तरफ इटली में धूम्रपान करने वाले लोगों के आंकड़ों की बात करें तो इटली में 70 लाख पुरुषों में धूम्रपान की आदत हैं और महिलाओं में यह आंकड़ा केवल 45 लाख हैं। साथ ही एक और तथ्य भी सामने आया है कि इटली में जितने भी लोग कोविड-19 से मरे है उनमे 99% लोगों किसी न किसी स्वास्थ्य समस्या से ग्रस्त थे।
Dr. Sandeep Ahuja, an Ayurvedic doctor with 14 years’ experience, blends holistic health, astrology, and Ayurveda, sharing wellness practices that restore mind-body balance and spiritual harmony.