August 21, 2019 Blog

बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने के सरलतम उपाय

BY : STARZSPEAK

बुध ग्रह


हमारे सौर-मंडल में मौजूद 8 ग्रहों में सबसे छोटा ग्रह बुध है और सूर्य के सबसे निकट ग्रह भी बुध ही है। यह आकाश में 88 दिनों में अपनी परिक्रमा पूर्ण करता है। ऐसा माना जाता है कि हर व्यक्ति की कुंडली मे बुध का महत्त्वपूर्ण स्थान होता है। बुध ग्रह को बुद्धि का ग्रह भी माना गया है पारिवारिक जीवन, आध्यात्मिक जीवन, सामाजिक जीवन या किसी भी अन्य क्षेत्र में अगर व्यक्ति का बुध अच्छा है तो वो उत्तम निर्णय लेता है और उचित कार्य करता है


अगर इंसान का बुध ग्रह शुभ होता है तो इंसान सुखी रहता है अपितु अगर बुध अशुभ है तो इंसान सुखी नही रह पाता। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध देवताओं का संदेशवाहक है। इसके अनुसार बुध ग्रह राशि चक्र में मिथुन और कन्या राशि का स्वामी है। भारतीय परम्परा के अनुसार बुध ग्रह को बुद्धि प्रदान करने वाला भी माना गया है। बुध ग्रह किसी भी व्यक्ति के अंदर समाए बुद्धि, विवेक, हाजिर जवाबी और हास्य-विनोद का स्वामित्व होता है बुध ग्रह को शुभ माना गया है हालांकि कुछ परिस्थितियों में यह अशुभ भी हो सकता है।


बुध ग्रह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी


जिस प्रकार सूर्य को राजा माना जाता है वही बुध ग्रह को राजकुमार माना गया है। ऐसा भी कहा जाता है कि कुंडली मे सूर्य और बुध साथ साथ रहते है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली मे बुध 4,6,8, या 12 वे भाव मे होता है तो उसे शुभ नही माना जाता। बुध ग्रह कन्या राशि मे उच्च होता है वही मीन राशि मे नीच का होकर काम बिगाड़ता है। अगर किसी की कुंडली मे बुध ग्रह मेष, कर्क, वृश्चक और धनु राशि मे हो तो भी बुध ग्रह अशुभ हो जाता है।


किसी भी राशि मे बुध ग्रह का काल 1 महीने का माना जाता है और पूरे राशि चक्र में 12 महीने का। बुध ग्रह के मित्र ग्रह सूर्य, शुक्र और राहु माने गए वही चंद्रमा को दुश्मन ग्रह माना गया है। हरे पन्ने को बुध का रत्न माना गया है। अगर बुध और शुक्र एक ही भाव मे हो तो बुध बलशाली होता है।


बुध ग्रह से संबंधित व्यवसाय


बुध को कम्युनिकेशन का ग्रह भी माना जाता है। यह ग्रह टेलीफोन, कूरियर, ई-मेल, टेलीग्राफ़ और अन्य प्रकार की पोस्ट से संबंधित कार्यो पर अपना नियंत्रण रखता है। मजबूत बुध को लेखकों, न्यूज़ रिपोर्टरों, व्यापारियों, डीलरों, वकीलों आदि की कुंडली मे देखा जा सकता है।


बुध ग्रह शुभ होने पर


अगर किसी भी व्यक्ति का बुध ग्रह शुभ होता है तो वह व्यक्ति ज्ञानी और चतुर होता है और सोच समझ कर बोलता है। तथा उसकी बातों का असर भी होता है। ऐसे लोग जिनकी कुंडली मे बुध मजबूत स्थिति में होता है तो वो लोग समझदार, तर्क-वितर्क में कुशल होते है और इसके साथ साथ बेहद अच्छी विश्लेषणात्मक क्षमता वाले होते है। बुध ग्रह जिन व्यक्ति का शुभ होता है वो लोग ज्ञानी और चतुर होते है। 


इसके अलावा बुध ग्रह शुभ होने पर संतान, विद्या और अच्छा व्यापार और तरक्की भी देता है।


बुध ग्रह के अशुभ होने पर


बुध ग्रह के अशुभ होने पर व्यक्ति के अपने मित्रों के साथ संबंध बिगड़ने लगते है। इसके अलावा पारिवारिक रिश्तों में भी खटास आने लगती है, और संबंध खराब होने लगते है। बुध के अशुभ होने से व्यापार और नौकरी में भी नुकसान होने लगता है


बुध ग्रह के अशुभ होने से व्यक्ति का विवेक और बुद्धि भी क्षिण होने लगती है इसके साथ साथ त्वचा रोग और वाणी विकार भी होने लगते है। और संतान को कष्ट होने लगता है।


बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय


जब किसी के जीवन मे बुध अशुभ हो जाता है तो व्यक्ति का बुरा कालचक्र शुरू हो जाता है और व्यक्ति तमाम तरह की मुश्किलों से घिर जाता है पर जैसा कहा गया है कि हर रात के बाद सुबह तो आनी है और दुख भी हमेशा नही रहता, तो कभी भी परिस्थितियों से हार मान कर नही बैठ जाना चाहिए। जो व्यक्ति बुध के अशुभ प्रभाव से ग्रसित हो तो वो कुछ आसान उपाय करके उसके अशुभ प्रभाव को कम कर सकता है।


  1. बुध ग्रह के अशुभ प्रभाव से प्रभावित व्यक्ति को भगवान गणेश और दुर्गा माता की पूजा करनी चाहिए। 
  2. ताँबे की प्लेट में छेद करके उसे मूंग के साथ बहते पानी मे प्रवाह करना चाहिए।
  3. बुधवार के दिन व्यक्ति को हरे वस्त्र, मूंग, हरे फल, कांसे और घी का दान करना चाहिए।
  4. ॐ बुं बुद्धाय नमः का प्रतिदिन 101 बार जप करना लाभकर होता है।
  5. किन्नरों को सुहाग का सामान और हरी साड़ी देना भी काफी लाभदायक होता है।
  6. बुद्ब के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को पन्ना धारण करना चाहिए या हरे वस्त्र धारण करने चाहिए। अगर यह संभव ना हो तो हरा रुमाल अपने साथ रखना चाहिए।
  7. अपने हाथ से गाय को हरा चारा या हरा साग खिलाना चाहिए।