होली के पर्व के आने का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। इस अवसर पर गली और मोहल्ले में एक अलग ही रौनक देखने को मिलती है। वहीं मंदिरों में इस पर्व को अधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस उत्सव को बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Mandir) समेत कई मंदिरों में अधिक धूमधाम के साथ मनाया जाता है।

बांके बिहारी मंदिर वृंदावन में स्थित है। बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 1864 में हुआ था। बांके बिहारी मंदिर में रंगभरी (Holi 2024) एकादशी के दिन (20 मार्च 2024) फूलों से होली खेली जाती है। इस अवसर पर मंदिर परिसर में फूल बरसाए जाते हैं और भक्त भगवान बांके बिहारी के संग होली खेलते हैं। इस खास अवसर पर बांके बिहारी जी का विशेष श्रृंगार किया जाता है और सफेद वस्त्र पहनाएं जाते हैं।
गुजरात के द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर स्थित है। यह मंदिर जगत के पालनहार भगवान विष्णु के 8वें अवतार भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है। यहां होली के पर्व को धूमधाम के साथ मनाया जाता है और अधिक संख्या में लोग होली उत्सव में शामिल होते हैं। होली (Holi 2024) पर इस मंदिर में अलग ही नजारा देखने को मिलता है।
इसके अलावा आप प्रेम मंदिर में भी होली (Holi 2024) उत्सव मना सकते हैं। यह मंदिर वृंदावन में स्थित है। संगमरमर से बना मंदिर लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। बता दें कि प्रेम मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की लीलाएं देखने को मिलती हैं।
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Neha Jain is a festival writer with 7+ years’ experience explaining Indian rituals, traditions, and their cultural meaning, making complex customs accessible and engaging for today’s modern readers.