Kharmas 2023 Date: सनातन धर्म में मान्यता है कि खरमास में कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृहप्रवेश आदि नहीं करना चाहिए, अन्यथा व्यक्ति को इसके नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। इस बार खरमास करीब 1 महीने तक रहने वाला है. ऐसे में आइए जानते हैं खरमास में तुलसी की पूजा करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
Tulsi puja in Kharmas: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र और पूजनीय माना जाता है। इसलिए लगभग हर हिंदू घर में तुलसी का पौधा विशेष रूप से पाया जाता है। इसके अलावा सुबह-शाम इसकी पूजा भी की जाती है। लेकिन अगर खरमास (Kharmas 2023) की बात करें तो तुलसी की पूजा से जुड़े नियम बदल जाते हैं। आइए जानते हैं खरमास में तुलसी पूजा के नियम.ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव एक राशि में 30 दिनों तक गोचर करते हैं। खरमास (Kharmas 2023) की शुरुआत तब मानी जाती है जब सूर्य देव गुरु बृहस्पति की राशि यानी धनु या मीन में प्रवेश करते हैं। इस दौरान सूर्य की रोशनी धरती तक बहुत कम पहुंचती है, जिसके कारण यह समय शुभ नहीं माना जाता है।
खरमास (Kharmas 2023) में तुलसी की पूजा की जा सकती है. क्योंकि शास्त्रों में माना जाता है कि खरमास में तुलसी की पूजा करने से साधक पर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। इसके साथ ही सुबह-शाम तुलसी पर घी का दीपक भी जलाना चाहिए।
खरमास में तुलसी पूजा के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि तुलसी के पत्तों को न छुएं। माना जाता है कि ऐसा करने से तुलसी का पौधा दूषित हो जाता है। इसके साथ ही खरमास (Kharmas 2023) में तुलसी के पत्ते भी नहीं तोड़ने चाहिए. इसके साथ ही एकादशी, रविवार और मंगलवार को तुलसी को जल देने से भी बचना चाहिए और इसके पत्ते भी नहीं तोड़ने चाहिए.
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