April 12, 2023 Blog

ॐ जय जगदीश हरे : विष्णु भगवान की आरती (Om Jai Jagdish Hare Lyrics)

BY : STARZSPEAK

भारत में भगवान की पूजा करने के लिए, हम कभी-कभी विशेष अनुष्ठानों का उपयोग करते हैं जिन्हें आरती कहा जाता है। आरती "पूजा" के लिए हिंदी शब्द है। अलग-अलग आरतियाँ अलग-अलग देवी-देवताओं को समर्पित हैं, और उनका उद्देश्य उनके प्रति हमारी कृतज्ञता और भक्ति दिखाना है। पंडित श्रद्धाराम शर्मा एक बहुत प्रसिद्ध भारतीय लेखक और संगीतकार थे जिन्होंने लोगों को स्वतंत्र रूप से और खुले तौर पर भगवान की पूजा करने के लिए प्रोत्साहित किया। आज पूरे भारत में घरों में अक्सर ओम जय जगदीश (Om Jai Jagdish Hare Lyrics) हरे का गीत सुनाई देता है।

ओम जय जगदीश हरे (Om Jai Jagdish Hare Lyrics)

ओम जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट
क्षण में दूर करें, ओम जय जगदीश हरे
 
जो ध्यावे फल पावे, दुख बिन से मन का
स्वामी दुख बिन से मन का, सुख संपति घर आवे
स्वामी, सुख संपति घर आवे, कष्ट मिटे तन का
ओम जय जगदीश हरे
 
माता पिता तुम मेरे, शरण पाऊँ मैं किसकी
स्वामी शरण पाऊँ मैं किसकी, तुम बिन और ना दूजा
प्रभु बिन और ना दूजा, आस करूँ मैं जिसकी
ओम जय जगदीश हरे
 
तुम पूरण परमात्मा, तुम अंतर्यामी
स्वामी तुम अंतर्यामी, पर ब्रह्म परमेश्वर
स्वामी, पर ब्रह्म परमेश्वर, तुम सबके स्वामी
ओम जय जगदीश हरे
 
तुम करुणा के सागर, तुम पालन करता
स्वामी तुम पालन करता, मैं मूरख खल कामी
मैं सेवक तुम स्वामी, कृपा करो भरता
ओम जय जगदीश हरे
 
तुम हो एक अगोचर, सब के प्राण पति
स्वामी सब के प्राण पति, किस विधि मिलूं गोसाईं
किस विधि मिलूं दयालु, तुम को मैं कुमति
ओम जय जगदीश हरे
 
दीन बंधु दुख हरता, ठाकुर तुम मेरे
स्वामी ठाकुर तुम मेरे, अपने हाथ उठाओ
अपनी शरन लगाओ, द्वार पड़ा हूं तेरे
ओम जय जगदीश हरे
 
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा
स्वामी पाप हरो देवा, श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ
स्वामी, श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ, संतों की सेवा
ओम जय जगदीश हरे
 
ओम जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट
क्षण में दूर करें, ओम जय जगदीश हरे ||

||Om Jai Jagdish Hare Lyrics|| 
|| Vishnu Bhagwan Ki Aarti ||


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Vishnu Bhagwan Ki Aarti , Om Jai Jagdesh Hare Lyrics
ॐ जय जगदीश हरे महत्व (Om Jai Jagdish Hare Lyrics)

"ॐ जय जगदीश हरे" (Vishnu Bhagwan Ki Aarti) एक हिंदू धर्म का प्रसिद्ध भजन है जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह भजन संसार के सभी लोगों के लिए धर्म और आध्यात्मिकता के प्रति सम्मान का अभिवादन करता है। इस भजन में भक्त भगवान की स्तुति करते हुए उनसे मुक्ति और शांति की प्रार्थना करते हैं।(Om Jai Jagdish Hare Lyrics) भजन को गाया जाता है और इसे अनेक भाषाओं में अनुवादित किया जाता है। यह भजन हिंदू धर्म की आधारभूत मान्यताओं और विश्वासों को समझने में मदद करता है और उसे आध्यात्मिक विकास के लिए प्रेरित करता है।

ॐ जय जगदीश हरे पढ़ने के लाभ (Om Jai Jagdish Hare Lyrics)

"ॐ जय जगदीश हरे" (Om Jai Jagdish Hare Lyrics) का पाठ करने से बहुत से लाभ होते हैं। इस भजन को पढ़ने या सुनने से व्यक्ति के मन में शांति और सुकून का अनुभव होता है। इस भजन में भगवान की स्तुति होती है जो मन को पवित्र बनाती है। इस भजन का पठ शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद करता है।

इस भजन के पठ के अन्य लाभों में यह होते हैं: (Vishnu Bhagwan Ki Aarti)
  1. मानसिक तनाव कम होता है।
  2. ध्यान लगाने में मदद मिलती है।
  3. सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है और नकारात्मकता दूर होती है।
  4. इस भजन के पठ से जीवन की समस्याओं का समाधान मिलता है।
  5. इस भजन के पठ से व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति होती है और उन्हें भगवान के साथ अधिक संबंध बनाने में मदद मिलती है।

इसलिए, व्यक्ति को नियमित रूप से "ॐ जय जगदीश हरे" (Om Jai Jagdish Hare Lyrics) का पाठ करना चाहिए ताकि उन्हें धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से संतुलित जीवन जीने में मदद मिले।

ॐ जय जगदीश हरे को कौन पढ़े (Om Jai Jagdish Hare Lyrics)

"ॐ जय जगदीश हरे" (Vishnu Bhagwan Ki Aarti) को कोई भी व्यक्ति पढ़ सकता है। इस भजन को पढ़ने से धार्मिक उन्नति होती है और मन को शांति मिलती है। इसलिए, यह भजन बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी वर्गों के लोगों द्वारा पढ़ा जा सकता है।

इस भजन को पढ़ने से व्यक्ति का मन शुद्ध होता है और उन्हें आध्यात्मिक रूप से संतुलित जीवन जीने में मदद मिलती है। इसलिए, यह भजन धार्मिक उन्नति और मन की शांति के लिए सभी के लिए उपयोगी है।

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