कहते है कि इस पूरे बह्मांड पर ऐसा कोई जीव नहीं है जिस पर शनि देव का प्रकोप नही पड़ा। इस पूरे बह्मांड पर समस्त जीव-जन्तुओं, इंसानो को शनि के क्रोध की ज्वाला सहनी ही पड़ती है। और बात करें मनुष्य जाति कि तो शनिदेव के कुप्रभाव से व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। और वहीं जिस मनुष्य पर शनि देव की कृपा बनती है उन्हें प्रत्येक क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने से कोई नही रोक सकता है।
तो चलिए बताते है आपकों सात शनिवार के ऐसे टोटके जिनके करने से आपके जीवन की लगभग सभी परेशानियां दूर हो जाती है। और शनिदेव के प्रकोप की बजाए उनकी कृपा प्राप्त होती है।
- पहला टोटका
यदि कोई व्यक्ति सात शनिवार तक काले तिल, आटा, शक्कर लेकर इन तीनों चीजों को मिला कर और उसके बाद इस मिश्रण को चींटियों को खाने के लिए डाल दें। इससे शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और आपके जीवन सुखद बनता है।
- दूसरा टोटका
शनिदोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए शनिदेव के दस नामों कोणस्थ, पिंगल, बभ्रु, कृष्ण, रौद्रान्तक,यम,सौरि,शनैश्चर, मंद, पिप्पलाश्रय का जाप करें। शनिदेव के नामों का सात शनिवार तक 108 बार जप करें । ऐसा करने से व्यक्ति को काफी सफलता प्राप्त होती है।
- तीसरा टोटका-
बंदरों को गुड़ और चना खिलाने से हनुमान जी प्रसन्न होते है। इसलिए सात शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें इससे हनुमान जी के पूजन करने से व्यक्ति को शनि के दोषों से मुक्ति मिल जाती है।
- चौथा टोटका-
सात शनिवार तक सुबह स्नान करने के बाद पीपल को जल अर्पित कर देवें और इसके साथ ही सात बार परिक्रमा करें। फिर सूर्यास्त के बाद किसी सुनसान इलाके में लगें पीपल के पेड़ के पास तेल का दीपक जलाएं और यदि ऐसा करना संभव ना हो तो सात शनिवार तक किसी मंदिर में लगे पीपल के पास भी दीपक प्रज्वलित करना चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन में शनि के प्रकोप से आने वाली बाधाएं दूर होती है। और मां लक्ष्मी बेहद ही प्रसन्न होती है। जिससे आपके घर में धन-धान्य बढ़ता है।
- पांचवा टोटका-
अगर कोई व्यक्ति कुष्ठ रोग से पीडित है या शारीरिक रूप से किसी भी बिमारी से लम्बे समय से ग्रसित है तो उस व्यक्ति को सात शनिवार तक तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें काले तिल डालें और उसके बाद ये जल शिवलिंग पर चढाएं। ऐसा करने से उस व्यक्ति को सभी प्रकार के रोगों से छुटकारा मिल जाएगा। साथ ही इस उपाय से आर्थिक तंगी भी दूर होती है।
- छठा टोटका-
एक लाल रेशमी धागा लेकर उसको अपनी लम्बाई के बराबर का काट लें। जब अपनी लम्बाई के बराबर का धागा काट लें तो उसको धोकर आम के पत्ते लपेट लें। उसके बाद 'ॐ नमः शिवाय' का जाप करते हुए, साफ़ नदी के बहते पानी में प्रवाहित कर दें।
इस टोटके को सात शनिवार तक करें। ऐसा करने से आपके जीवन में सुख-शान्ति प्राप्त होगी साथ ही आपके ऊपर से सारी नकारात्मक ऊर्जाएं भी दूर हो जाएगी।
- सातंवां टोटका-
शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के चारों ओर कच्चे सूत को सात बार लपेटें। ध्यान रहें कि पीपल पर कच्चे सूत को लपेट हुए शनिमंत्र का जाप करना होगा। और फिर धागा लपेटने के बाद पीपल के वृक्ष की पूजा कर दीपक प्रज्वलित करें।यह टोटका सात शनिवार तक करेंगे तो इससे आपके जीवन में सौभाग्य की प्राप्ति होगी। साथ ही सन्तान पर कोई भी विपत्ती नही आएगी।